Sunday, April 19, 2020

हवा जहरीली है बरखुरदार,,अबके,,नाक में रुई ठूस लो,,,समस्या साँसों में भड़की है,,,,फेफडे में केकड़े बिल खोद चुके है,,,सभी कुदरती किताबें ,,प्रेम का सबक सिखाती ,,सांसो की माला में सिमरे पिय का नाम,,फिर क्यू कर सड़कों मुहल्लों में एक दूसरे की सांसे घोंटने की सोसिअल अंडरस्टैंडिंग लोकप्रिय हो गई है,,,,करौना माई फुट,,,,,नफ़रत नापने की टेस्ट किट तो अब तक  आई,नहीं,,,न्यूज चैनलों में रोज महाभारत का टेलीकास्ट जारी है,दुर्योधन के नृशंस कृत्यों को धृतराष्ट्र  राष्ट्र राष्ट्र कह कर संरक्षण दे रहें है,,, थूक दो मूत दो,,पत्थर फेंक दो,, मुक्तिबोध कह गए,,अब अभिव्यक्ति के सारे खतरे उठाने ही होंगे,, ,पर किसे,,देश को,,कमाल है पहले वेक्सीन करौना की खोजी जा रही है,,

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