Wednesday, December 6, 2017

पत्तों में जमी ओश
अंधेरे के दर्द बयां करें
धूप गर सूखा भी दे
ऐसी सुबोह में क्या करे

Tuesday, November 14, 2017

सुन ले मोर गुरुजी ,,अब
सिरा गया है,,ए औ बी,,,
बांच गया है,,,सी औ डी
सी डी,,,,

मैकल  कल फिर आऊंगा
साल वृन्द सोहबत में
हरिन झुंड संग नृत्य करूँगा
सौफ बिछी कुदरत में



Saturday, October 28, 2017

कीड़े

कीड़े परेशान हैं
बढ़ रहे इंसान है
धरती के हर कोने में
कांक्रीट के मकान है