Sunday, August 7, 2022

दुख के साथ सूचित


अत्यंत दुख के साथ सूचित कर रहे हो,,वो मर गया है
क्या पता वो खुशी खुशी उधर गया है

ये साली दुनिया रहने लायक भी कन्हा है इन दिनों
फिर जीने के लिए ,,खुदा के घर गया है

उसकी लाश को तो देखो जरा मुस्कुरा रहा है
जैसे अपनी मुसीबतें तुम्हे वसीयत कर गया है

अनुभव वो जिंदा था तो रोता ही रहता था
 अब चार कंधों में चालीस को रुला कर गया है


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