36garh
Thursday, July 14, 2022
शाम उतर न पाइ थी
भरी दुपहरी खिली खिली
महुए के रुख के नीचे
वो अखबार सजा के पसर गए
टिटहरी सजग हो तिहक रही
और डिस्पोजल
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