तरन्नुम तर्जे तकिया,,तहजीब तबे है
मजहर तेरे मुक्कदर ,,मकदूल बजे है
Saturday, May 25, 2019
बरबट्टी आलू
कांसे की थाली में एक ओर गर्म भात ,भूरी दाल,,, तिल छिटकी बिजौरी,,,,और कोने में बरबट्टी आलू,,,माँ के हाथ सन कर कौर गाँव ,,,औऱ नगर बन जम गए,,,राजिम,,रायपुर,,,नवापारा,,और कुकेरा,, निवाले पे निवाला,,,गर्म है तो फूंक लो,,,मिरची है तो थोड़ा पानी,,,स्वाद वो जो आज तक जीभ भिगो देता है,,,नारियल का तेल बालों
Friday, May 24, 2019
Friday, May 10, 2019
गणित का माफिया राज
गणित का माफिया राज,,
हमारे स्कूली पढ़ाई के दौर में एक विषय ,,का माफिया राज था,, इज्जत और ख़ौफ़ का दूसरा नाम ,,गणित,,गधे और होनहार का फर्क वही तय करता,,गुरुजी की छड़ी की गूंज से उस पहाड़ की चढ़ाई शुरू होती ,,तभी तो उसे कहते थे पहाड़ा ?? क्लास दर क्लास ये चढ़ाई बेहद दुर्गम होती जाती,,,अंकगणित, बीजगणित
के पथरीले रास्ते से,,त्रिकोणमिति,,छेत्रमिति,,समुच्चय,,जैसी अभेद्य चोटियां,, ये माफिया भविष्य के होने वाले कई कला ,,भाषा प्रेमियों की गर्दन प्राथमिक शाला में ही मुरकेट देता,,और आधे बच्चे पहली बोर्ड परीक्छा तक पढ़ाई से पलायन कर लेते,,
गणित माफिया की सांकेतिक भाषा भी थी,,जबकि जमाएं,,,माना कि,,तो ,,,इसलिए,,,ले दे के विद्यार्थी एक्स ,,वाई से जूझता हुआ,,,उत्तर तक हलाकान परेशान पहुच भी गया,,तो इति सिद्धम गड़बड़ा जाता,,,लेफ्ट हेंड साइड ( Lhs) कभी राइट हेंड साइड (Rhs) से मिल नही पाता,, भूसी दक्छिना में एकमात्र राहत थी,,प्रोसीजर में भी अंक मिलते है,,,ये भाषा आगे जाकर जब अल्फा ,,बीटा की बदतमीजी में उतरती तब तक रसायन और भौतिकी के मैदान में भी गणित के गुर्गे न्यूमेरिकल बन कर उतर जाते,,शुरुवात में तो लाभ हानि,,प्रतिशत जैसे मामले दुनिया से जुड़े लगते भी है,,,पर धीरे धीरे इंटीग्रेशन ,,डिफ्रेंसिअशन की अंकीय कलाबाजियां आती जिसका सीधी जिंदगी से कोई सम्बन्ध नही होता,,,इतिहास भूगोल यँहा तक जीव विज्ञान वाले भी,,,अपने ज्ञान को इस दुनिया से जोड़ लेते,,पर इस गणित के अंडर वल्ड का सारा काम दुनिया से छुप कर हट कर चलता,,, हर माता पिता इस अंडर वल्ड का सम्मान करते,,,गणित पढ़ा तो इंजीनयर बनोगे,,मेडिकल में सीट कम होती है,,,इतिहास पढ़ के क्लर्क बनना है क्या,,टाइप,,,इस ख़ौफ़ में कई अन्य विषयों के प्रेमियो की बलि चढ़ा दी जाती,,थोड़ी राहत कामर्स लेकर भविष्य में सी ए बनने का स्वप्न देखने वालों को जरूर मिली,,पर इज्जत का ठेका तो गणित के पास ही था,,,सोंचता हु सही समय पे प्राइवेट
इंजीनियरिंग कॉलेज खुल गए,,नही तो गणित प्रभावित इन पीड़ितों का पुनर्वास कन्हा होता,,,ये बात तो तय है कि गणित के राज में आज का भारत सॉफ्टवेयर उद्योग में ठीक ठाक कर रहा है,,परन्तु मुझे पूरा विश्वास है कि शायद इस माफिया राज का इतना दबाव नही होता,,तो इस देश मे कम से कम दस पन्द्रह रवीन्द्रनाथ टैगोर,जैसे साहित्य नोबल पुरस्कार विजेता और हुवे होते,,जिनकी प्रतिभा की हत्या प्राथमिक शाला में हो गई थी
अनुभव
Tuesday, May 7, 2019
मतदाता सूची
हर वयस्क एक वोट है ,,एक विचार है,,और इस देश के एक एक विचार को जो दस्तावेज ,, समेटता है,,वो है मतदाता सूची,,,,कभी इस सूची को जरूर देखे,,, इसमे घर है,,गलियां है मोहल्ले है,,पूरा शहर है,,,वयस्क इसमे बुजुर्ग होते है,,फिर विलोपित हो जाते है,,बेटियां मायके से विदा होकर ससुराल में जुड़ जाती है,,,बंगाली ,,छतीसगढ़ी हो जाता है,,और दूरस्थ बस्तर। के गाँव का बच्चा ,,,दिल्ली का मतदाता,,,
मतदाता सूची हमारी लोकतांत्रिक यात्रा का ऐसा अनमोल दस्तावेज है जिसमे ब्लेक एन्ड वाइट पृष्टभूमि में करोड़ों चेहरे ,,कभी मुस्कराते है कभी रोते हुए लगते है,,,कभी किसी ने शादी लगाने वास्ते अपनी वोटर आई डी की तस्वीर को भेजा होगा,,?? क्योंकि इस मंच पर कोई गोरा ,,काला,, सुंदर बदसूरत नही,,,सभी एक से है,,,मतदाता सूची समानता का वो दस्तावेज है ,,,जहा मंगलू और ,,मुकेश अम्बानी एक साथ एक अधिकार से रहते है,,,मंगलू भले किसी और ख्वाबों पर वोट करे,,और मुकेश किसी ओर स्वप्नों पर,,आखिरकार दोनों अपने अपने विचार से ही ई वी एम की पिपडी दबाते है,,,झोपड़ी से महलों तक ,,देवताओं से मजारों तक ,,,खेत से उद्योग तक सबको समेटती ये मतदाता सूची,,,करोड़ों विचारों को एकमेव कर,,एक गोल सदन में समेट देती है,,,
हजारो वर्ष पहले देश की विविधता और चरित्रों को समेटने वाला महाग्रन्थ यदि महाभारत है तो फिर आज के भारत का महाकाव्य है , हमारी मतदाता सूची,,,, इसके एक किरदार के रूप में दर्ज होकर ,,अपने इतिहास और भविष्य का हिस्सा जरूर बने
अनुभव