उसकी आँखों मे तमीज थी बांहों से नीचे फ़टी कमीज थी डिक्रियो का फोल्डर भारी था उम्मीद हल्की थी पद सरकारी था इंटरव्यूह भर मेहनत से मुस्कराता रहा आदर्शो की भाषा से मेज सजाता रहा
बहरहाल ,,ख्वाब बेरोजगार है
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